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राजस्थान की प्रमुख चोटियाँ और पहाड़ियाँ: एक विस्तृत भौगोलिक परिचय

 

राजस्थान की सबसे ऊँची चोटियाँ: 

क्या आप जानते हैं कि राजस्थान की सबसे ऊँची चोटी कौन सी है? और क्या आप उन सभी महत्वपूर्ण पहाड़ियों के बारे में जानना चाहते हैं जिन्होंने इस राज्य को एक अनोखी पहचान दी है? तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है! हम आपको अरावली पर्वतमाला की शानदार चोटियों से लेकर राजस्थान की अन्य महत्वपूर्ण पहाड़ियों तक, सभी के बारे में विस्तार से

बताएंगे।

राजस्थान की प्रमुख चोटियाँ और पहाड़ियाँ: एक विस्तृत भौगोलिक परिचय


अरावली: राजस्थान की जीवनरेखा

अरावली पर्वतमाला, जो राजस्थान के बीचों-बीच से होकर गुजरती है, सिर्फ एक भौगोलिक संरचना नहीं है; यह इस राज्य की जीवनरेखा है। यहाँ पर कई ऊँची चोटियाँ हैं जो न केवल ट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकीनों को आकर्षित करती हैं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण हैं।

 अरावली की सर्वोच्च चोटियाँ: एक नज़र में

 

क्र.सं.

Trick

चोटी

स्थान

ऊँचाई

1

गुरु

गुरु शिखर

सिरोही

1722 मी.

2

से

सेर

सिरोही

1597 मी.

3

दिल से

देलवाड़ा

सिरोही

1442 मी.

4

जरा

जरगा

उदयपुर

1431 मी.

5

आस

अचलगढ़

सिरोही

1380 मी.

6

कुंभा

कुंभलगढ़

राजसमंद

1224 मी.

7

रघुनाथ

रघुनाथगढ़

सीकर

1055 मी.

8

ऋषि

ऋषिकेश

सिरोही

1017 मी.

9

का

कमलनाथ

उदयपुर

1001 मी.

10

सज्जन

सज्जनगढ़

उदयपुर

938 मी.

11

मोर

मोरमजी/ताड़गढ़

अजमेर

934 मी.

12

खो

खो

जयपुर

920 मी.

13

सा

सायरा

उदयपुर

900 मी.

14

तारागढ़

अजमेर

875 मी.

15

बोली

बिलाली

अलवर

775 मी.

16

रोज

रोजा भाकर

जालोर

730 मी.

अरावली व राजस्थान की प्रमुख पहाड़ियाँ एवं उनकी स्थिति:-

सिर्फ अरावली ही नहीं, राजस्थान में कई और पहाड़ियाँ भी हैं जिनकी अपनी एक खास पहचान है।

  • 56 की पहाड़ी (बाड़मेर): यह ग्रेनाइट और रायोलाइट चट्टानों से बनी एक प्रसिद्ध पहाड़ी है।
  • घोड़े की नाल जैसी पहाड़ी (बारां): इसकी आकृति घोड़े के नाल जैसी है, जो इसे अद्वितीय बनाती है।
  • तश्तरीनुमा या गिरवा (उदयपुर): उदयपुर के चारों ओर की पहाड़ियों की आकृति तश्तरी जैसी है, इसलिए इसे "गिरवा" कहते हैं।
  • अर्धचंद्राकार हिल्स (बूंदी, कोटा, झालावाड़): ये पहाड़ियाँ बूंदी, कोटा, और झालावाड़ में अर्धचंद्राकार रूप में फैली हुई हैं।

और कुछ खास पहाड़ियाँ

  • त्रिकुट पहाड़ी: जैसलमेर दुर्ग इसी पहाड़ी पर स्थित है।
  • त्रिकुट पर्वत: करौली में स्थित, यह कैला देवी मंदिर के लिए जाना जाता है।
  • चिड़िया टूंक पहाड़ी: जोधपुर का प्रसिद्ध मेहरानगढ़ किला इस पहाड़ी पर बना हुआ है।
  • नाकोडा पर्वत और पिप्लदु पहाड़ी: इन्हें क्रमशः राजस्थान का मेवा नगर और राजस्थान का लघु माउण्ट आबू कहा जाता है।

निष्कर्ष

राजस्थान की ये पहाड़ियाँ सिर्फ चट्टानों का ढेर नहीं हैं, बल्कि ये इतिहास, संस्कृति और प्रकृति का एक अनूठा संगम हैं। अगर आप राजस्थान आएं, तो इन जगहों को देखना न भूलें।

FAQs for the Blog Post

Q1: राजस्थान की सबसे ऊँची चोटी कौन सी है? 

A1: राजस्थान की सबसे ऊँची चोटी गुरु शिखर है, जो सिरोही जिले में स्थित है और इसकी ऊँचाई 1722 मीटर है।

Q2: उदयपुर की पहाड़ियों को क्या कहते हैं? 

A2: उदयपुर के चारों ओर की पहाड़ियों को गिरवा कहते हैं, क्योंकि इनकी आकृति तश्तरीनुमा या प्याले जैसी है।

Q3: घोड़े की नाल जैसी पहाड़ी राजस्थान में कहाँ स्थित है? 

A3: घोड़े की नाल जैसी पहाड़ी राजस्थान के बारां जिले में स्थित है।

Q4: बाड़मेर की प्रसिद्ध पहाड़ी का क्या नाम है? 

A4: बाड़मेर की प्रसिद्ध पहाड़ी 56 की पहाड़ी है। यह ग्रेनाइट और रायोलाइट चट्टानों से बनी है।

Q5: किस पहाड़ी पर जैसलमेर का किला स्थित है? 

A5: जैसलमेर का किला त्रिकुट पहाड़ी पर स्थित है।

Q6: जोधपुर का मेहरानगढ़ किला किस पहाड़ी पर बना है? 

A6: जोधपुर का प्रसिद्ध मेहरानगढ़ किला चिड़िया टूंक पहाड़ी पर बना हुआ है।

Q7: "राजस्थान का लघु माउण्ट आबू" किसे कहते हैं? 

A7: पिप्लदु पहाड़ी को "राजस्थान का लघु माउण्ट आबू" कहा जाता है।

Q8: बूंदी, कोटा और झालावाड़ में किस प्रकार की पहाड़ियाँ हैं? 

A8: इन जिलों में अर्धचंद्राकार हिल्स फैली हुई हैं।



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